Sunday, October 3, 2010

अब आलोचना छोडो और देखो राष्ट्रमंडल खेलों के तैयार मैदानों को


जगमग करती इमारत  
और सामने खड़े
पूरे देश के स्वाभिमान दद्दा ध्यान चंद

आहा कितना सुन्दर कितना प्यारा
तीन लोक में सबसे न्यारा

यहाँ पहलवान करेंगे जोर अजमाइश

तैराकों का यहाँ होगा मुकाबला

यहाँ होगी दौड़ भाग  की प्रतियोगिताएं.
एक और नज़र डालो इस सुन्दर मैदान पर

बड़ी मेहनत से सजाया गया है ऐसे मैदानों को

यह देखो वास्तु कला का अनुपम नमूना

यहाँ खेला जाएगा चिड़िया बल्ला
यहाँ होनी है टेनिस की जंग
वाह क्या सीन है

अति सुन्दर
यहाँ खेला जाएगा चिड़िया बल्ला


अभी तक इन खेलों की तैयारी को लेकर जितनी बहस, आलोचना हुई वो अलग बात है पर अब जो अच्छा हो गया है उसके लिएय आभार प्रकट करें. और सकारात्मक भाव से इस आयोजन की सफलता की कमाना करें.