स्लम डॉग मिलियोनर - झुग्गी का कुत्ता - १० लाख बाला
क्या भावना है साहब और क्या अंदाज़ है बात को कहने का और हम खुश है, इस बदतमीजी को पुरूस्कार मिलने की संभावना है। मेरा कुत्तो से कोई झगडा नही है और हाँ इस बात मलाल है कि हम कुत्तों की तरह अपने होने के चरित्र से दूर क्यों जा रहे है। मेरा प्रश्न ये है कि कैसे कोई इंसान दूसरे इंसान को कुत्ता कह देता है। और ये अंडर-डॉग की तरह एक मोहावरा नहीं है गाली है हिकारत है संवेदना रहित शाब्दिक दिवालियापन है ।
ऐसी बातो पर नस्ल भेद का हल्ला करने बाला सभ्य समाज क्यों नहीं इसे नस्ल भेदी टाइटल नही मानता ? हरभजन पर मंकी कहने का आरोप लगाया गया था जो सच नही था लेकिन जो सच ही उसने कहा था वो बहुत शर्मनाक था। गरीबों को इससे पहले कभी कुत्ता नही कहा गया। दोष इसमे दूसरो का नही हमारे अपनों का है जो नामी पुरुस्कारों के लिए इंसानियत की आत्मा का सौदा करते हैं।
मुझे अच्छा लगेगा यदि इसे सही भाषा समझने बाले लोग ख़ुद को फ्लैट-डॉग, कोठी-डॉग, क्वार्टर-डॉग, सिने-डॉग, पॉलिटिकल-डॉग, राईटर-डॉग, बाबू-डॉग, ऑफिसर-डॉगऔर इस जैसेविशेषणों से विभूषित करें।
वैसे कल को जीवोक्रेसी की अदालत में कुत्ते आपत्ति कर सकते हैं कि क्यूँ इन तमाम निकम्मे लोगो के नाम के साथ हमारा नाम लगाकर हमारा अपमान किया जा रहा है?
आपका अपना
हरी-डॉग